अच्छा है हमलावर दोषी पकडे ही ना जाए
और इसी विषय पर हिंदुस्तान की आवाज़ पर एक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमे हरीश सिंह, करनजीत शर्मा, रमेश कुमार जैन उर्फ़ सिरफिरा जी, अनामिका घटक जी, दिनेश वशिष्ठ जी, प्रेमशंकर गुप्ता, वंदना गुप्ता जी, प्रदीप पाठक जी, राजेंद्र स्वर्णकार जी, रिशिराज़ जी, डॉ, श्याम गुप्ता जी, रामप्रसाद जालन जी, आदर्श भल्ला जी, पूर्णिमा भेरी जी, शिखा कौशिक जी, रेखा श्रीवास्तव जी, डॉ, आशुतोष जी, अंकित जी, प्रेम शंकर गुप्ता जी, आदर्श कुमार पटेल जी, प्रदीप पाठक जी ने अपने विचार व्यक्त किये जिसे हिंदुस्तान की आवाज़ पर प्रकाशित किया गया है.इसे आप यहाँ देख सकते हैं,
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