shikha kaushik
शनिवार, 16 जुलाई 2011
क्या है किसी नेता में इतना दम ?
क्या है किसी नेता में इतना दम ? केवल एक सच्चा ब्लोगर ही दिखा सकता है हमारे नेताओं को आइना .ये हैं ''रोहित सिंह '.इनके ब्लॉग का नाम है -''बेबाक राय '' .इन्होने घोषित की है अपनी संपत्ति खुलेआम अपने ब्लॉग पर .इनके ब्लॉग का URL है -''http://rohitbanarasi.blogspot.कॉम''
शुक्रवार, 15 जुलाई 2011
नए प्रबंध मंडल का स्वागत करे
भारतीय ब्लॉग समाचार के सञ्चालन के लिए एक प्रबंध मंडल का गठन किया गया था. कुछ अपरिहार्य कारणों से उक्त गठन निरस्त करना पड़ा, इस सम्बन्ध में यदि कोई सज्जन चाहे तो व्यक्तिगत रूप से जानकारी ले सकता है. हम चाहते है की इस मंच की जिम्मेदारी वे लोग ही उठाये जो अपना निजी ब्लॉग संचालित करते हैं. नई जोश और नई चुनौतियों के साथ .... नए मंडल के पद और कार्य इस प्रकार हैं.
शिखा कौशिक जी -- प्रधान संपादक .. आपके पास इस मंच का पूर्ण अधिकार होगा. आप किसी भी लेखक को जोड़ या हटा सकती है. किसी भी खबर को सम्पादित कर सकती है या नियम के विपरीत होने पर हटा सकती है, मंच को बेहतर बनाने के लिए आप हमें सुझाव दे सकती है.
सह-संपादक -- कुणाल वर्मा व सौरभ दूबे ---- आपकी जिम्मेदारी यह है की आप दोनों लोग शिखा जी का सहयोग करेंगे. किसी भी लेख के आपत्तिजनक होने पर आप संशोधन या हटाने के सम्बन्ध में प्रधान संपादक से विचार-विमेश करेंगे.
सलाहकार संपादक --- आशुतोष नाथ तिवारी , एस एम मासूम , इंजी. सत्यम शिवम्, सलीम खान --- आप सभी लोग वरिष्ठ व अनुभवी ब्लोगर है. आपके सुझाव के अभिलाषी हम भी सदैव रहते हैं. आप लोगो से अनुरोध है की समय समय पर अपने अनुभवों से संपादको को सुझाव देते रहे.
आप सभी को शुभकामना.
शिखा कौशिक जी -- प्रधान संपादक .. आपके पास इस मंच का पूर्ण अधिकार होगा. आप किसी भी लेखक को जोड़ या हटा सकती है. किसी भी खबर को सम्पादित कर सकती है या नियम के विपरीत होने पर हटा सकती है, मंच को बेहतर बनाने के लिए आप हमें सुझाव दे सकती है.
सह-संपादक -- कुणाल वर्मा व सौरभ दूबे ---- आपकी जिम्मेदारी यह है की आप दोनों लोग शिखा जी का सहयोग करेंगे. किसी भी लेख के आपत्तिजनक होने पर आप संशोधन या हटाने के सम्बन्ध में प्रधान संपादक से विचार-विमेश करेंगे.
सलाहकार संपादक --- आशुतोष नाथ तिवारी , एस एम मासूम , इंजी. सत्यम शिवम्, सलीम खान --- आप सभी लोग वरिष्ठ व अनुभवी ब्लोगर है. आपके सुझाव के अभिलाषी हम भी सदैव रहते हैं. आप लोगो से अनुरोध है की समय समय पर अपने अनुभवों से संपादको को सुझाव देते रहे.
आप सभी को शुभकामना.
बुधवार, 13 जुलाई 2011
कहाँ कहाँ छिपे हैं आतंकवादियों के मददगार अर्थात ग़ददार ?
मुंबई में हुए बम ब्लास्ट को लेकर ब्लॉगर्स में बहुत ग़म और ग़ुस्सा है । उनका कहना हैकि
देश के दुश्मनों के लिए काम करने वाले ग़द्दारों को चुन चुन कर ढूंढने की ज़रूरत है और उन्हें सरेआम चैराहे पर फांसी दे दी जाए। चुन चुन कर ढूंढना इसलिए ज़रूरी है कि आज ये हरेक वर्ग में मौजूद हैं। इनका नाम और संस्कृति कुछ भी हो सकती है, ये किसी भी प्रतिष्ठित परिवार के सदस्य हो सकते हैं। पिछले दिनों ऐसे कई आतंकवादी भी पकड़े गए हैं जो ख़ुद को राष्ट्रवादी बताते हैं और देश की जनता का धार्मिक और राजनैतिक मार्गदर्शन भी कर रहे थे। सक्रिय आतंकवादियों के अलावा एक बड़ी तादाद उन लोगों की है जो कि उन्हें मदद मुहैया कराते हैं। मदद मुहैया कराने वालों में वे लोग भी हैं जिन पर ग़द्दारी का शक आम तौर पर नहीं किया जाता।
‘लिमटी खरे‘ का लेख इसी संगीन सूरते-हाल की तरफ़ एक हल्का सा इशारा कर रहा है.
ग़द्दारों से पट गया हिंदुस्तान Ghaddar
मृतकों के प्रति संवेदनाएं प्रेषित कर रहे हैं हिंदी ब्लॉगर्स
देश के दुश्मनों के लिए काम करने वाले ग़द्दारों को चुन चुन कर ढूंढने की ज़रूरत है और उन्हें सरेआम चैराहे पर फांसी दे दी जाए। चुन चुन कर ढूंढना इसलिए ज़रूरी है कि आज ये हरेक वर्ग में मौजूद हैं। इनका नाम और संस्कृति कुछ भी हो सकती है, ये किसी भी प्रतिष्ठित परिवार के सदस्य हो सकते हैं। पिछले दिनों ऐसे कई आतंकवादी भी पकड़े गए हैं जो ख़ुद को राष्ट्रवादी बताते हैं और देश की जनता का धार्मिक और राजनैतिक मार्गदर्शन भी कर रहे थे। सक्रिय आतंकवादियों के अलावा एक बड़ी तादाद उन लोगों की है जो कि उन्हें मदद मुहैया कराते हैं। मदद मुहैया कराने वालों में वे लोग भी हैं जिन पर ग़द्दारी का शक आम तौर पर नहीं किया जाता।
‘लिमटी खरे‘ का लेख इसी संगीन सूरते-हाल की तरफ़ एक हल्का सा इशारा कर रहा है.
ग़द्दारों से पट गया हिंदुस्तान Ghaddar
मृतकों के प्रति संवेदनाएं प्रेषित कर रहे हैं हिंदी ब्लॉगर्स
संस्कृत पर ब्लॉग जगत की पहली खोजी रिपोर्ट
केरल के मंदिर से 1 लाख करोड़ से ज़्यादा का ख़ज़ाना मिला है और दीगर मंदिरों में लाखों करोड़ के ख़ज़ाने हैं। शंकराचार्य सोने के सिंहासन पर बैठते हैं और पूरी दुनिया में वह अकेले आदमी हैं जिसके पास सोने का सिंहासन है। जब वह मरते हैं तो उन्हें स्नान भी सोने के तख्ते पर दिया जाता है।
एक तरफ़ तो इन धर्म स्थलों के पास इतने ख़ज़ाने हैं और दूसरी तरफ़ हाल यह है कि
संस्कृत का दैनिक समाचार पत्र पैसे की तंगी का शिकार है।
जब माल भी है और ख़र्च करने के लिए मद भी है तो आज तक मंदिरों का यह धन संस्कृत के उत्थान में क्यों न लगाया गया ?
मंदिर और संस्कृत के नाम पर राजनीति करने वाले कहां हैं ?
वे आखि़र क्या कर रहे हैं ?
जब यह देखने के लिए ब्लॉग्स टटोले गए तो यह देखकर ताज्जुब हुआ कि वतन के राष्ट्रवादी रखवाले संस्कृत के बजाय हत्या के आरोपियों को संरक्षण दे रहे हैं।
आप भी देख सकते हैं और देखना चाहिए ताकि आप जान सकें कि देश के पास माल भी और मद भी है लेकिन सही मद में माल को तरीक़े से ख़र्च करने वाले बहुत ही कम हैं और वे तो हैं ही नहीं जो दावा करते हैं कि हुकूमत हमारी ही होनी चाहिए।
स्वामी अग्निवेश को क़त्ल करने के लिए 10 लाख रूपया देने का ऐलान कर दिया।
आप ख़ुद सोचिए !!!
एक तरफ़ तो इन धर्म स्थलों के पास इतने ख़ज़ाने हैं और दूसरी तरफ़ हाल यह है कि
संस्कृत का दैनिक समाचार पत्र पैसे की तंगी का शिकार है।
जब माल भी है और ख़र्च करने के लिए मद भी है तो आज तक मंदिरों का यह धन संस्कृत के उत्थान में क्यों न लगाया गया ?
मंदिर और संस्कृत के नाम पर राजनीति करने वाले कहां हैं ?
वे आखि़र क्या कर रहे हैं ?
जब यह देखने के लिए ब्लॉग्स टटोले गए तो यह देखकर ताज्जुब हुआ कि वतन के राष्ट्रवादी रखवाले संस्कृत के बजाय हत्या के आरोपियों को संरक्षण दे रहे हैं।
आप भी देख सकते हैं और देखना चाहिए ताकि आप जान सकें कि देश के पास माल भी और मद भी है लेकिन सही मद में माल को तरीक़े से ख़र्च करने वाले बहुत ही कम हैं और वे तो हैं ही नहीं जो दावा करते हैं कि हुकूमत हमारी ही होनी चाहिए।
भाजपा विधायक आशा सिन्हा की गाड़ी से 9 हत्यारोपी गिरफ्तार
इन लोगों के पास संस्कृत दैनिक दो दान देने के लिए तो पैसे निकलते नहीं हैं लेकिनस्वामी अग्निवेश को क़त्ल करने के लिए 10 लाख रूपया देने का ऐलान कर दिया।
आप ख़ुद सोचिए !!!
मंगलवार, 12 जुलाई 2011
चलते चलते एक खबर और. ..
कभी कभी ऐसा हो जाता है की न चाहते हुए कुछ काम करने पड़ जाते है जैसे अब कर रहा हूँ. सोने जा रहा था तभी देखा blogtaknik महोदय ने एक मेल दिया और हम भी बचपन में चले गए जी हा . हिन्स्तान गूगल ग्रुप द्वारा एक प्रतियोगिता का आयोजन हुआ है. आप भी देखे.....
माँ एक लेखन प्रतियोगिता में जो प्रविष्टिया प्राप्त हुयी थी उसे हिंदुस्तान की आवाज़ में प्रकाशित कर दिया गया है.
माँ एक लेखन प्रतियोगिता में जो प्रविष्टिया प्राप्त हुयी थी उसे हिंदुस्तान की आवाज़ में प्रकाशित कर दिया गया है.
इस प्रतियोगिता में जिन्होंने भी पत्रिकाए भेजी उनका धन्यवाद और बहुत मित्रो के ईमेल भी आये जिन्हें यह प्रयास अच्छा लगा उनका भी धन्यवाद. अब इस लेखन प्रतियोगिता के विषय आप भी चुन सकते है. और आपके अमूल्य सुजाव का हमें इंतजार रहेगा. यदि आपके मन में किसी मुद्दे या विषय का ख्याल है तो लिख भेजिए हम आपका स्वागत करेंगे.
अब आज का विषय है बचपन के वो दिन अथवा बचपन से सम्बंधित कोई भी अच्छा लेख आप तस्वीरे भी भेज सकते है कुछ सब्द कविता के साथ, हमारा पता तो आपको याग ही होगा hindusthankiaawaz@googlegroups.com तो खो जाईये बचपन के दिनों मे.
आज की तीन बड़ी खबरे.
BBS NewS आज से एक अख़बार की तरह काम करेगा
बीबीएस न्यूज़ ब्यूरो / भारतीय ब्लॉग समाचार की घोषणा आज विधिवत कर दी गयी. इस अनोखे समाचार पात्र की छपाई भले न होती हो किन्तु यह कार्य बिलकुल निष्पक्ष होकर करेगा. इसकी स्थापना सिर्फ ब्लॉग की खबरों के लिए है यानि ब्लॉग या ब्लोगर के बारे में लिखा जा सकता है, राजनीती या समाज के बारे में नहीं. लिहाजा नियम के तहत महेंद्र श्रीवास्तव के लेख ... तो मनमोहन पीएम क्यों है ... को हटाया जा रहा है. यह लेख भारतीय ब्लॉग लेखक मंच पर प्रकाशित है.
लिहाजा लेख प्रकाशन का ब्लॉग और लेख की समीक्षा कर ब्लॉग का लिंक भी दिया जा सकता था. एक ही तरह की पोस्ट साहित्यिक, राजनितिक और सांस्कृतिक मंच पर भले ही दिखे पर इस समाचार पोर्टल पर नहीं. क्योंकि ब्लॉग और ब्लोगर के समाचारों के लिए है.
BBLM ने नियमो के प्रति सख्त रुख अख्तियार किया
BBS NewS / भारतीय ब्लॉग लेखक मंच ने आपने स्थापना के पांच माह पूरे होने पर सभी लेखको के लिए सूचना जारी करते हुए, नियमो का पालन करने को कहा है. मंच ने नियमो की अनदेखी पर दो लेख भी हटाये. साथ ही जल्द ही सलाहकार मंडल चुनने की बात कही है . इस बारे में विस्तृत जानकारी आप यहाँ ले सकते है,
आवश्यक सूचना सभी के लिए : BBLM
लघु कथा बनी विवादित
BBS न्यूज़ / रचनाकार के नाम से चर्चित रवि रतलामी का ब्लॉग इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. टिप्पणियों की भरमार हो गयी है. हल्ला बोल के अध्यक्ष कौशलेन्द्र जी ने इस लेख पर उग्र रुख धारण किया है. कई टिप्पणीकार आपस में उलझे हुए है पर कौशलेन्द्र जी के सवालो का जवाब किसी के पास नहीं है. जिससे सब झल्लाए हुए है. मजा लेना है तो आप भी आये....
अनीता मिश्र की लघुकथा - माफीनामा
सोमवार, 11 जुलाई 2011
ब्लॉग संसार: पंजीकरण
ब्लॉग संसार: पंजीकरण: "इस ब्लॉग संकलक पे रजिस्टर करने का तरीका सबसे पहले इस संकलक को फोल्लो करें.
अपना इ मेल हमको इस पे पते अपने ब्लॉग कि लिस्ट के साथ भेज ..."
अपना इ मेल हमको इस पे पते अपने ब्लॉग कि लिस्ट के साथ भेज ..."
सुव्यवस्था सूत्रधार मंच की पोस्ट और भारतीय ब्लॉग समाचार की पोस्ट अब ‘चिठ्ठाजगत.इन्फ़ो‘ पर भी !
जनाब एस. एम. मासूम साहब के बारे में हमने अभी हाल ही में कहा था कि
जनाब एस. एम. मासूम साहब ने ख़बर दी है कि
चिट्ठा जगत पे आयें और अपने ब्लॉग को जोडें ब्लॉग संसार से.
उनकी यह पोस्ट हमारीवाणी अब तक 56 पाठकों द्वारा खंगाली जा चुकी है और अभी रात तक इसे पढ़ा जाता रहेगा . यह एक रिकॉर्ड है हमारी वाणी पर।
बहरहाल,
हैरत का संबंध दूसरे लिंक में दी गई पोस्ट से है जिसमें यह देखकर एक सुखद आश्चर्य होता है कि जनाब मासूम साहब को अब ‘चिठ्ठाजगत.इन्फ़ो‘ के स्वामी के तौर पर भी जाना जाएगा।
क्यों है न हैरत की बात ?
इससे भी ज़्यादा मज़ेदार है इस एग्रीगेटर का आफ़र, कि वह 100 ब्लॉगर्स को अपने यहां पोस्ट का लिंक देने का अधिकार भी दे रहा है। जिसका आधार ‘पहले आओ पहले पाओ‘ की नीति है। लोग आ रहे हैं और जुड़ रहे हैं।
इस एग्रीगेटर को शायद कम पसंद किया जाए क्योंकि जो लोग ब्लॉगिंग को एक नशे की तरह लेते हैं या ब्लॉग जगत को अपनी धड़ेबंदी से तबाह किए हुए हैं वे लोग तो ‘हमारीवाणी‘ पर भी बहुत देर से आए और बहुत जल्दी उसकी निष्पक्षता का काम तमाम कर दिया। ये लोग हरगिज़ अपना ईमेल आईडी देकर इस ‘निष्पक्ष एग्रीगेटर‘ से जुड़ने वाले नहीं हैं।
यहां कोई ऐसी लिस्ट नहीं है जो वोट और कमेंट के आधार पर ब्लॉगर्स को अपना क़द ऊंचा दिखाने के लिए मजबूर या प्रेरित करती हो। यहां तो पाठकों की संख्या भी नहीं दर्शाई जाती। दर्शाई जाने वाली चीज़ केवल पोस्ट है और पोस्ट यहां जगमगा रही है मोटे मोटे अक्षरों में। ये मोटे अक्षर इसलिए आते हैं क्योंकि यहां पोस्ट डाली जाती है ‘Create a link‘ पर क्लिक करके। सुव्यवस्था सूत्रधार मंच की पोस्ट और भारतीय ब्लॉग समाचार की पोस्ट भी वहां अपनी छटा बिखेर रही हैं .
आप भी इस नए अनुभव में शरीक हों, आपको मज़ा ज़रूर आएगा, अगर आप किसी गुटबाज़ी के शिकार नहीं हैं तो ...।
यह अवसर आपके अन्तर्मन का सच भी आपके साथ साथ सबके सामने ले आएगा।
अब आप सोच रहे होंगे कि
जनाब एस. एम. मासूम साहब ने ख़बर दी है कि
चिट्ठा जगत पे आयें और अपने ब्लॉग को जोडें ब्लॉग संसार से.
उनकी यह पोस्ट हमारीवाणी अब तक 56 पाठकों द्वारा खंगाली जा चुकी है और अभी रात तक इसे पढ़ा जाता रहेगा . यह एक रिकॉर्ड है हमारी वाणी पर।
बहरहाल,
हैरत का संबंध दूसरे लिंक में दी गई पोस्ट से है जिसमें यह देखकर एक सुखद आश्चर्य होता है कि जनाब मासूम साहब को अब ‘चिठ्ठाजगत.इन्फ़ो‘ के स्वामी के तौर पर भी जाना जाएगा।
क्यों है न हैरत की बात ?
इससे भी ज़्यादा मज़ेदार है इस एग्रीगेटर का आफ़र, कि वह 100 ब्लॉगर्स को अपने यहां पोस्ट का लिंक देने का अधिकार भी दे रहा है। जिसका आधार ‘पहले आओ पहले पाओ‘ की नीति है। लोग आ रहे हैं और जुड़ रहे हैं।
इस एग्रीगेटर को शायद कम पसंद किया जाए क्योंकि जो लोग ब्लॉगिंग को एक नशे की तरह लेते हैं या ब्लॉग जगत को अपनी धड़ेबंदी से तबाह किए हुए हैं वे लोग तो ‘हमारीवाणी‘ पर भी बहुत देर से आए और बहुत जल्दी उसकी निष्पक्षता का काम तमाम कर दिया। ये लोग हरगिज़ अपना ईमेल आईडी देकर इस ‘निष्पक्ष एग्रीगेटर‘ से जुड़ने वाले नहीं हैं।
यहां कोई ऐसी लिस्ट नहीं है जो वोट और कमेंट के आधार पर ब्लॉगर्स को अपना क़द ऊंचा दिखाने के लिए मजबूर या प्रेरित करती हो। यहां तो पाठकों की संख्या भी नहीं दर्शाई जाती। दर्शाई जाने वाली चीज़ केवल पोस्ट है और पोस्ट यहां जगमगा रही है मोटे मोटे अक्षरों में। ये मोटे अक्षर इसलिए आते हैं क्योंकि यहां पोस्ट डाली जाती है ‘Create a link‘ पर क्लिक करके। सुव्यवस्था सूत्रधार मंच की पोस्ट और भारतीय ब्लॉग समाचार की पोस्ट भी वहां अपनी छटा बिखेर रही हैं .
आप भी इस नए अनुभव में शरीक हों, आपको मज़ा ज़रूर आएगा, अगर आप किसी गुटबाज़ी के शिकार नहीं हैं तो ...।
यह अवसर आपके अन्तर्मन का सच भी आपके साथ साथ सबके सामने ले आएगा।
अब आप सोच रहे होंगे कि
ख़ैर, मुबारक हो मासूम साहब को और उनसे जुड़ने वालों को !!!
अंदाज ए मेरा: वतन पर जो फिदा होगा अमर वो नौजवां होगा.........
अंदाज ए मेरा: वतन पर जो फिदा होगा अमर वो नौजवां होगा.........: "शहीद श्री वीके चौबे और जवान(पूरे जवानों की तस्वीरें नहीं मिल पाईं) नक्सलवाद का नासूर। न जाने कितने घरों को तबाह करेगा। कभी किसी मां क..."
माही जी हिंदी ब्लॉगिंग के लिए क्या कर रहे हैं ?
श्री ज़ाकिर अली ‘रजनीश‘ आखि़र क्या कह रहे हैं श्री महेश बारमाटे ‘माही‘ जी से ?
और उनकी पोस्ट की छठी टिप्पणी में हमने क्या कहा ?
यह जानने के लिए देखें यह पोस्ट, ‘हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल‘ पर
और उनकी पोस्ट की छठी टिप्पणी में हमने क्या कहा ?
और
माही जी हिंदी ब्लॉगिंग के लिए क्या कर रहे हैं ?यह जानने के लिए देखें यह पोस्ट, ‘हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल‘ पर
ऐजराज़ या जिज्ञासा ? Mahi
रविवार, 10 जुलाई 2011
हिंदी ब्लोगर्स फोरम इंटरनेश्नल पर देखिये जानकारी हिन्दी टूल की
नए ब्लोगर्स की आसानी के लिए
और हिन्दी को सबके लिए सुलभ बनाने के लिए
आप देखिये यह लेख
हिंदी लिखने का बिल्कुल आसान उपाय Hindi Blogging Guide (9)
पोस्ट में एक लिंक है जिसे आप अपनी एड्रेस बार में पेस्ट करके Enter करने के बाद आराम से हिंदी से लिख सकते हैं, कहीं भी और कभी भी लेकिन आनलाइन. यह काम बिल्कुल नया ब्लॉगर भी कर सकता है....और भारतीय ब्लॉग समाचार को धन्यवाद कहना न भूलिए .
योग पर एक नए ब्लॉग का शुभारम्भ
भदोही/ उत्तरप्रदेश : हिंदी ब्लॉग जगत जगत में विभिन्न विषयों को लेकर ब्लॉग की शुरुआत की गयी है. हमें एक ही जगह पर क्लिक करने से मनपसंद विषय पढने के लिए मिल जाते है. इसी क्रम में जनपद भदोही से एक और ब्लॉग की शुरुआत की गयी है जो. योग और आयुर्वेद पर आधारित होगा. वैसे तो इस विषय पर कई ब्लॉग है, पर विजय जी का कहना है की वे अपने अनुभूत परीक्षणों को इस ब्लॉग के माध्यम से दुनिया को बताएँगे. यही नहीं वे ऑन लाईन योगा सिखाने साथ उपचार भी करेंगे.
बता दे की योगाचार्य विजय की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई तथा उच्च शिक्षा वाराणसी में हुई. उन्होंने योग व मसाज विज्ञान की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन से मान्यता प्राप्त व इंडियन बोर्ड ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन द्वारा मान्य D.Y.M.S. की उपाधि कलकत्ता से प्राप्त की तथा भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त व संचालित संस्थानों द्वारा योग विज्ञान में P.G.D.Y. तथा C.Y.G. की परीक्षाओ को भी उत्तीर्ण किया. उन्हें अभिमन्युश्री, रत्नप्रकाश सम्मान,अचीवमेंट अवार्ड, के अलावा बहुत से सम्मान प्राप्त हुए है., योग व प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में स्वाश्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित आई. आई. टी. कानपुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार में पूर्वांचल का प्रतिनिधित्व किया. मैंने योग व अन्य क्षेत्र में कई पुस्तकों का लेखन व प्रकाशन भी किया है तथा भारत के विश्व स्तरीय समाचार पत्रों में भी योग व हर्बल से सम्बंधित विषयो पर उनके लेख प्रकाशित होते है.उन्होंने स्वदेश के अतिरिक्त अन्य देशो जैसे- फ्रांस, हालैंड, अमेरिका, इंग्लैंड इत्यादि के नागरिको को योग प्रशिक्षण देकर जटिल रोगों का चमत्कारिक इलाज करके प्रसंशा व प्रसंशापत्र प्राप्त किये है. साथ ही विभिन्न राष्ट्रीय- अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओ द्वारा आयोजित योग शिविरों में लोगो को यौगिक प्रशिक्षण देकर लाभान्वित किया है,
उनसे किसी भी समय मो. न. 07499114309 पर संपर्क किया जा सकता है. आईये ब्लॉग परिवार में शामिल इस नए सदस्य का स्वागत करे.
http://yogachary.blogspot.com/
बता दे की योगाचार्य विजय की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई तथा उच्च शिक्षा वाराणसी में हुई. उन्होंने योग व मसाज विज्ञान की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन से मान्यता प्राप्त व इंडियन बोर्ड ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन द्वारा मान्य D.Y.M.S. की उपाधि कलकत्ता से प्राप्त की तथा भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त व संचालित संस्थानों द्वारा योग विज्ञान में P.G.D.Y. तथा C.Y.G. की परीक्षाओ को भी उत्तीर्ण किया. उन्हें अभिमन्युश्री, रत्नप्रकाश सम्मान,अचीवमेंट अवार्ड, के अलावा बहुत से सम्मान प्राप्त हुए है., योग व प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में स्वाश्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित आई. आई. टी. कानपुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार में पूर्वांचल का प्रतिनिधित्व किया. मैंने योग व अन्य क्षेत्र में कई पुस्तकों का लेखन व प्रकाशन भी किया है तथा भारत के विश्व स्तरीय समाचार पत्रों में भी योग व हर्बल से सम्बंधित विषयो पर उनके लेख प्रकाशित होते है.उन्होंने स्वदेश के अतिरिक्त अन्य देशो जैसे- फ्रांस, हालैंड, अमेरिका, इंग्लैंड इत्यादि के नागरिको को योग प्रशिक्षण देकर जटिल रोगों का चमत्कारिक इलाज करके प्रसंशा व प्रसंशापत्र प्राप्त किये है. साथ ही विभिन्न राष्ट्रीय- अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओ द्वारा आयोजित योग शिविरों में लोगो को यौगिक प्रशिक्षण देकर लाभान्वित किया है,
उनसे किसी भी समय मो. न. 07499114309 पर संपर्क किया जा सकता है. आईये ब्लॉग परिवार में शामिल इस नए सदस्य का स्वागत करे.
http://yogachary.blogspot.com/
बीबीएलएम मंच ने वक्तव्य देकर बीच बचाव कराया
श्री अशोक कुमार गुप्ता जी ने एक पोस्ट लगाई है बीबीएलएम ब्लॉग पर। उन्होंने अपना तजर्बा बयान करते हुए कहा है कि ज़्यादातर हिंदुओं को अपने धर्मग्रंथों की शिक्षा का सही पता नहीं है और न ही वे उसका पालन करते हैं बल्कि वे तो रामायण और गीता आदि के श्लोक ढंग से दोहरा भी नहीं पाते।
श्री अशोक जी की पोस्ट पढ़कर हमारे राष्ट्रवादी युवा भाई श्री अंकित जी भड़क गए और तुरंत उन्हें इस्लामिक दलाल घोषित कर दिया।
यानि कि आदमी सच बोले तो इल्ज़ाम खाए और अपनी इज़्ज़त गवांए इन राष्ट्रवादियों के हाथों।
ख़ैर तभी बीबीएलएम मंच ने वक्तव्य देकर बीच बचाव कराया।
श्री अशोक जी की पोस्ट पढ़कर हमारे राष्ट्रवादी युवा भाई श्री अंकित जी भड़क गए और तुरंत उन्हें इस्लामिक दलाल घोषित कर दिया।
यानि कि आदमी सच बोले तो इल्ज़ाम खाए और अपनी इज़्ज़त गवांए इन राष्ट्रवादियों के हाथों।
ख़ैर तभी बीबीएलएम मंच ने वक्तव्य देकर बीच बचाव कराया।
इस पोस्ट को आप देख सकते हैं यहां
हिंदू कौन , हिंदू की क्या पहिचान हैं
एक संग्रहणीय लेख -- हिन्दू निशाने पर: एक नंगा सच
नयी दिल्ली:अंकित { BBS न्यूज़} : हिन्दी ब्लॉग जगत में अधिकांश ब्लॉग ब्लॉगर या वर्डप्रेस के होते हैं, परन्तु कुछ समाचारपत्रों के
अपने निजी ब्लॉग भी हिं जहाँ पर प्रकाशित हुई रचनाये कई बार ब्लॉग जगत को लोगों की दृष्टि से छूट जाती हैं | इसी श्रंखल में "जागरण JANSTION"में एक लेख प्रकाशित हुआ है "हिन्दू निशाने पर: एक नंगा सच यह एक संग्रहनीय लेख है | इस लेख में स्वामी पद्मनाभ मंदिर में मिली संपत्ति के बारे में मीडिया के व्यवहार का विवेचन किया गया है और यह बताया गया है की किस प्रकार कई मुस्लिम संस्थाओं के पास इससे कई गुना अधिक संपत्ति है और उसका दुरूपयोग किस प्रकार होता है | इसके अतिरिक्त सरकार और मीडिया द्वारा लगातार हिन्दू धार्मिक संस्थाओं की संपत्ति की तरफ गिद्ध दृष्टि और अन्य धर्मों के धन की अनदेखी की बात तो आंकड़ों , तथ्यों और तर्कों के साथ अत्यंत सुन्दर तरीके से प्रस्तुत किया गया है | तथ्यों के आधार पर लिखे गए इस लेख को देखकर सहज ही अंदाजा हो जाता है की वक्फ बोर्ड की संपत्ति के आगे मंदिर की संपत्तियां नगण्य है. किन्तु सत्ता की लालच में अंधी हो चुकी सरकारे इन संपत्तियों के बारे में कभी बयान नहीं देगी. हद तो यह है की इन सम्पत्तियोंपर कब्ज़ा जमकर बैठे लोग मंदिर की संपत्तियों के बारे में हो हल्ला मचाते रहते हैं.
सच क्या है इस बारे में जानने के लिए इस लिंक पर आयें.
अपने निजी ब्लॉग भी हिं जहाँ पर प्रकाशित हुई रचनाये कई बार ब्लॉग जगत को लोगों की दृष्टि से छूट जाती हैं | इसी श्रंखल में "जागरण JANSTION"में एक लेख प्रकाशित हुआ है "हिन्दू निशाने पर: एक नंगा सच यह एक संग्रहनीय लेख है | इस लेख में स्वामी पद्मनाभ मंदिर में मिली संपत्ति के बारे में मीडिया के व्यवहार का विवेचन किया गया है और यह बताया गया है की किस प्रकार कई मुस्लिम संस्थाओं के पास इससे कई गुना अधिक संपत्ति है और उसका दुरूपयोग किस प्रकार होता है | इसके अतिरिक्त सरकार और मीडिया द्वारा लगातार हिन्दू धार्मिक संस्थाओं की संपत्ति की तरफ गिद्ध दृष्टि और अन्य धर्मों के धन की अनदेखी की बात तो आंकड़ों , तथ्यों और तर्कों के साथ अत्यंत सुन्दर तरीके से प्रस्तुत किया गया है | तथ्यों के आधार पर लिखे गए इस लेख को देखकर सहज ही अंदाजा हो जाता है की वक्फ बोर्ड की संपत्ति के आगे मंदिर की संपत्तियां नगण्य है. किन्तु सत्ता की लालच में अंधी हो चुकी सरकारे इन संपत्तियों के बारे में कभी बयान नहीं देगी. हद तो यह है की इन सम्पत्तियोंपर कब्ज़ा जमकर बैठे लोग मंदिर की संपत्तियों के बारे में हो हल्ला मचाते रहते हैं.
सच क्या है इस बारे में जानने के लिए इस लिंक पर आयें.
हिन्दू निशाने पर: एक नंगा सच
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