शुक्रवार, 29 जुलाई 2011

Bezaban: क्या कहा आपने शादी नहीं करेंगे?

Bezaban: क्या कहा आपने शादी नहीं करेंगे?: "क्या कहा आपने शादी नहीं करेंगे? परेशान ना हों भाई आप को तो केवल अपनी पसंद बतानी है. अभी इस सप्ताह मैंने दो पोल (POLL) किये और आश्चर्य जन..."

क्या कहा आपने शादी नहीं करेंगे? परेशान ना हों भाई आप को तो केवल अपनी पसंद बतानी है. अभी इस सप्ताह मैंने दो पोल (POLL) किये और आश्चर्य जनक रूप से टिप्पणिओं से अधिक इमानदार नतीजे सामने आये.
उन विषयों पे जहाँ लोग कम बोलना चाहते हैं पोल (POLL) वैसे भी एक कामयाब तरीका हुआ करता है हकीकत जानने का.
आज हम जिस समाज मैं रह रहे हैं वहाँ शादी के पहले सेक्स या शादी के बाद पति या पत्नी के अलावा सेक्स स्वीकार नहीं किया जाता. लेकिन ऐसा होता है यह भी सत्य है और बहुत से परिवारों मैं शादी के पहले सेक्स की इजाजत तो नहीं लेकिन बहुत बुरा नहीं समझा जाता. और कई जगह तो बिना शादी जीवन साथ गुजरने मैं भी आपत्ति नहीं होती लोगों को.



इस श्रेणी का पहला POLL


1) आप को क्या लगता है?




2) शादी के बाद परायी स्त्री या पराये पुरुष से सेक्स


बाबा रामदेव HBFI पर

बरसों पहले जब दुनिया बाबा की दीवानी थी। तब भी हमने लोगों को बताया था कि योग के नाम पर बिज़नैस किया जा रहा है। पश्चिम में योग की मूल आत्मा वैराग्य को ग्रहण नहीं किया जा रहा है बल्कि वहां की औरतें अपने को  आकर्षक बनाने के लिए बाबाओं से योग सीखती हैं और इसी मक़सद से वहां के पुरूष भी योग सीख रहे हैं। तनाव से मुक्ति के लिए भी वे योग को एक एक्सरसाइज़ के तौर पर ही लेते हैं। लेकिन हमारे कहने पर तब उचित ध्यान ही नहीं दिया गया बल्कि हमें कह दिया गया कि आप तो हैं ही देश के ग़द्दार ।
जिन्हें राष्ट्रवादियों का अग्रदूत माना जा रहा था, उनका कच्चा चिठ्ठा आज सबके सामने है तो समझा जा सकता है कि जो लोग इनके साथ थे या इनके पीछे थे, उनके कर्म कैसे होंगे ?
आज बाबा और उनका राज़दार बालकृष्ण दोनों ही चिंतातुर नज़र आते हैं। वे तनाव दूर करने के लिए ख़ुद योग का सहारा क्यों नहीं लेते ?
गद्दी पर क़ब्ज़े के लिए गुरू जी को ऊर्ध्वगमन  करा देने वाले शिष्य कुछ भी कर सकते हैं। अपने ही जैसे राजनीतिज्ञों से अगर वह भी दूसरे बाबाओं की तरह सैटिंग कर लेते तो आज उनके आभामंडल पर यूं आंच न आती। जो अफ़सर कल तक पांव छूते थे वे आज गला पकड़ रहे हैं।
ये बाबा तो लोक व्यवहार की नीति तक से अन्जान निकले।
आदरणीय श्री महेंद्र श्रीवास्तव जी का लेख इन सभी बातों को बेहतरीन अंदाज़ में बयान करता है और यह तारीफ़ दिल से निकल रही है। 
इस मंच को एक बेहतरीन लेख देने के लिए आपका शुक्रिया !
उनके लेख का लिंक नीचे दिया जा रहा है

अविनाश वाचस्पति जी का लेख भी इसी विषय पर एक करारा व्यंग्य है। उसका लिंक यह है

'ब्लॉगर्स मीट वीकली' के ज़रिये ब्लॉग पर मीत आयोजित करने वाला पहला ब्लॉग भी यही  है .

नारी और पुरुष की चर्चा खूब चल रही है आजकल

ब्लॉग जगत में आजकल नारी और पुरुष की चर्चा खूब चल रही है . कुछ दूसरी पोस्ट भी काफी पढ़ी  जा रही हैं . हिन्दी ब्लॉग जगत की सबसे ज्यादा पढी जाने वाली पोस्ट में से कुछ हम लाये हैं आपके लिए . निम्न लिंक्स पर जाकर आप इनका लुत्फ़ उठायें
आशा है आज इन पोस्ट्स पर कुछ नए पाठक अवश्य पहुंचेंगे.

ब्लॉग की ख़बरें
देखिये HBFI पर
१- ब्लॉग लिखने का तरीक़ा Hindi Blogging Guide (20)
http://hbfint.blogspot.com/2011/07/hindi-blogging-guide-20.html

 और यह भी
२- ब्लॉगर्स मीट वीकली : एक ऐतिहासिक आयोजन
http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/07/blog-post_8924.html
३- दोस्तों आज मेरे बढे भाई समीर लाल जी का जन्म दिन है http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/07/blog-post_4407.html मुबारक हो समीर लाल जी को बहुत बहुत .

४- मनी मैटर? नो टेंशन, स्कॉलरशिप है न ! -Sapna Kushwaha 
http://hbfint.blogspot.com/2011/07/sapna-kushwaha.html

५- प्रतिभा का सम्मान है स्कॉलरशिप -Anurag Mishra

६- बर्तनों पर लगी हिन्दू और मुसलमान की मोहर और बालिका अमृता ! भाग १

http://bhartiynari.blogspot.com/2011/07/1.html

७- प्रकृति की पीड़ा कौन सुनेगा ?
http://dpmishra-tiger.blogspot.com/2009/09/blog-post_7731.html

८- क्या हम सेक्स जनित विसंगतियों पर काबू पा सकते हैं?
http://www.amankapaigham.com/2011/07/blog-post_28.html

९- ब्लॉगर्स मीट अब ब्लॉग पर आयोजित हुआ करेगी और वह भी वीकली Bloggers' Meet Weekly

१०- ये मेरी किस्मत
http://www.hamarivani.com/redirect_post.php?blog_id=1701&post_id=92867&url=mymaahi.blogspot.com%2F2011%2F07%2Fblog-post_29.html

११- अपना आईक्यू जानना है तो...खुशदीप 
http://www.hamarivani.com/redirect_post.php?blog_id=42&post_id=92863&url=feedproxy.google.com%2F%7Er%2Fdeshnama%2FiZss%2F%7E3%2F3abRCjTlMgk%2Fblog-post_29.html

१२- कार्टून:- क्या आपकी नौकरी का भविष्य ऐसा गोल्डन है ? 

http://www.hamarivani.com/redirect_post.php?blog_id=84&post_id=92872&url=

*हिंदी ब्लॉगिंग को बढ़ावा देने के मक़सद से ही
 आपको यह लिंक दिखाए जाते हैं जिन्हें आप अपने मित्रों को फ़ॉरवर्ड कर दिया
 करें ताकि नए लोग हिंदी ब्लॉगिंग से जु़ड़ें। अगर आप भी अपना ब्लॉग संचालित करते हैं
 या आप सामान्य नेट यूज़र हैं और हिंदी ब्लॉगर्स से कोई विचार साझा करना चाहते
 हैं तो आप भी अपनी पोस्ट का लिंक या कंटेंट भेज सकते हैं। उसे भारतीय बलॉग समाचार के ज़रिये ज़्यादा से
 ज़्यादा हिंदी ब्लॉगर्स तक पहुंचा दिया जाएगा। शर्त यह है कि यह कंटेंट
 देशप्रेम की भावना को बढ़ाने वाला और समाज के व्यापक हित में होना चाहिए। हिंदी
 ब्लॉगिंग को सार्थक दिशा देना ही ‘भारतीय बलॉग समाचार‘ का मक़सद है।

 धन्यवाद !

गुरुवार, 28 जुलाई 2011

एक ही वर्ष में रहस्यमय तरीके से गायब हो गये थे तीन बच्चे


एक ही वर्ष में रहस्यमय तरीके से गायब हो गये थे तीन बच्चे-भारतीय  नारी   ब्लॉग पर पढ़ें poori घटना और आगे आयें मदद के लिए .
  1. पुलिस ने पाँच वर्ष तक नहीं की रिपोर्ट दर्ज, बाल अधिकार कार्यकर्ता नरेश पारस के अथक प्रयासों से पाँच वर्ष बाद दर्ज हो सकी रिपोर्ट।
  2. बच्चों के गम में पिता ने पहले तो मानसिक संतुलन खोया आठ साल बाद कुत्ते के काटने से हो गई, बच्चों के गम में डूबे पिता ने इलाज भी कराना मुनासिव नहीं समझा।
  3. समय से पहले ही बूढ़ी हो चुकी सोमवती घरों में झाड़ू-पोछा करके बमुश्किल चला रही है घर
  4. थाना पुलिस से लेकर राष्ट्रपति तक लगाई जा चुकी है गुहार, सभी की ओर से मिलता है एक ही ‘‘जबाब तलास जारी है‘‘।-ये थी घटना .श्रवण जी का है आपसे प्रश्न  -

ब्लॉगर sks_the_warrior ने कहा…

क्या हम सब मिलकर कुछ कर सकते हैं ? कुछ मानवाधिकार कार्यकर्ताओ खासकर नरेश पारस जी ने बहुत कोशिशें की .. उन्ही कि वजह से रिपोर्ट लिखी गई.. लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं.. दो-चार अखबारों में सिर्फ ख़बरें छाप देने से भी कुछ नहीं होता... जरुरत है एक संकल्प की .. यहां जो व्यक्ति आगरा से हो वह अगर कुछ करने की इच्छा रखता हो तो संपर्क करे... हमने यह सारी बातें मुख्यमंत्री मायावती और महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल जी तक भी पहुचाई लेकिन अभी - तक कोई कार्यवाही नहीं ... कम से कम कुछ तो मदद मिलनी चाहिए न ? क्या कहते हैं आप लोग?
        
                                  शिखा कौशिक

बर्तनों पर लगी हिन्दू और मुसलमान की मोहर और बालिका अमृता ! भाग 1


''भारतीय नारी '' ब्लॉग पर आज  प्रस्तुत आलेख -अशोक कुमार शुक्ल जी द्वारा प्रस्तुत किया गया है -

अमृता  प्रीतम का जन्म 1919 में पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के लाहौर शहर में हुआ । इनके माता पिता पंचखंड भसोड़ के स्कूल में पढाते थे। इनका बचपन अपनी नानी के घर बीता जो रूढिवादी विचारधारा की महिला थी। अमृता बचपन से ही रूढियों के विरूद्व खडी होने वाली बालिका थीं ।
बचपन में अमृता ने देखा कि उनकी नानी की रसोई में कुछ बरतन और तीन गिलास अन्य बरतनों से अलग रखे रहते थे परिवार में सामान्यतः उन बर्तनों का उपयोग नहीं होता था । अमृता के पिता के मुसलमान दोस्तों के आने पर ही उन्हें उपयोग में लाया जाता था। बालिका अमृता ने अपनी नानी से जिद करते हुये उन गिलासों में ही पानी पीने की जिद की''

इस आलेख को पढने के लिए ''http://bhartiynari.blogspot.com/''पर आयें .

मंगलवार, 26 जुलाई 2011

''भारतीय नारी'' ब्लॉग पर अगस्त माह में नारी विषयक चर्चा

''भारतीय नारी'' ब्लॉग पर अगस्त माह में नारी विषयक चर्चा के अंतर्गत मुख्य विषय रहेगा ''मेरी बहन ''.आप सभी अपनी प्रस्तुति प्रदान करने की कृपा करें .यदि आप भी योगदानकर्ता के रूप में जुड़ना चाहते हैं तो मुझे  मेल द्वारा सूचित करें .मेरा मेल आई  .डी है - shikhakaushik666@hotmail.com.आप अपनी प्रस्तुति किसी  भी साहित्यिक-विधा  यथा   -कविता  ,कहानी  ,आलेख ,संस्मरण ,डायरी  शैली आदि  में कर सकते हैं .

              शिखा कौशिक