महेंद्र श्रीवास्तव जी की रचना
ईमानदारी की बात में भी ईमानदारी नहीं..
ईमानदारी की बात में भी ईमानदारी नहीं..
देखिए एक बढ़िया गर्मागर्म चर्चा यज्ञ हो तो हिंसा कैसे ।। वेद विशेष ।। |
और इसी ब्लॉग पर वैदिक यज्ञों में पशुबलि---एक भ्रामक दुष्प्रचार |
मुशायरा ब्लॉग पर |
वेद कुर'आन परहिंदू धर्म और इस्लाम में पशु बलि और क़ुरबानी पर एक यादगार संवादभारत में सांस्कृतिक बहुलता पाई जाती है और यह ज़बर्दस्त है। यहां एक ही समाज में ऐसे लोग मिलेंगे जो कि एक बात को सही मानते हैं लेकिन यहां ऐसे लोग भी मिलेंगे जो कि उस बात को सही मानते हैं जो कि पहली बात के ठीक विपरीत है। यहां के लोगों ने इसी माहौल में जीना सीख लिया है।प्रायः लोग यहां अपनी परंपराओं का पालन करते हैं और दूसरों की परंपराओं पर सरेआम उंगली उठाकर उन्हें ग़लत नहीं कहते। प्रेरणा जी के हुनर का क़ायल कर गई ब्लागर्स मीट वीकली 20 |
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