भारतीय ब्लॉग समाचार
भारतीय ब्लॉग और ब्लॉगरो के समाचारों का सच्चा दर्पण
रविवार, 3 जनवरी 2016
सत्यमेव जयते ! ... (?): सफर 2015 से 2016 का...
सत्यमेव जयते ! ... (?): सफर 2015 से 2016 का...: 2016 आ गया। यह साल कैसा होगा, यह तो समय के गर्भ में हैं लेकिन हर कोई अपने अपने अंदाज में इसकी व्याख्या करने में लगा हुआ है। कोई खुद को २०...
सोमवार, 7 दिसंबर 2015
सत्यमेव जयते ! ... (?): इस पर बोलिए हुजूर...
सत्यमेव जयते ! ... (?): इस पर बोलिए हुजूर...: लोकसभा में सांसद अभिषेक सिंह बड़े दिनों बाद टीवी पर लोकसभा की कार्रवाई का सीधा प्रसारण देखा, देखने की वजह थी, सांसद (राजनांदगांव) कार्य...
गुरुवार, 31 जुलाई 2014
Rajeev Thepraposted toSanu Sharma
पत्थरों के शहर में जीते हैं सब
और जो हवा वो पीते हैं
उससे अब तक तो सबको जम जाना था
किन्तु ऐसा कभी भी नहीं हुआ
कि जीता-जीता अचानक कोई जम जाए
असल में नकली रिश्तों के बीच जीते हुए सबके
दिल ही ऐसे पत्थर हो जाया करते हैं कि फिर
देह का पत्थर हो जाना कोई मायने नहीं रखता
पत्थर कदम-कदम पर मिलते हैं
बाधाओं के रूप में और नफरत के रूप में
जिन्दगी की इस बहती हुई नदी में
हमारा हर गलत कदम पत्थर ही होता है
किसी न किसी की राह में
यहाँ तक कि खुद हमारी ही राह में
अक्सर दिखाई देते हुए पत्थरों से
न दिखाई देने वाले पत्थर ज्यादा खतरनाक होते हैं
किन्तु उन्हीं पर हमारा ध्यान नहीं जा पाता !!
और जब ध्यान जाता है,पत्थर बहुत बड़े हो चुके होते हैं
धरती पर के हमारे कुनबे की आपसी कलह और नफरत
और हवा-पानी आदि सब कुछ के विषैले हो जाने
हमारे बीच इन पत्थरों के चट्टान हो जाने की कहानी है
जिन पत्थरों से डरने-टूटने और भय की बातें करते हुए हम
उन्हीं पत्थरों की भयावह चट्टानों पर खड़े
अब न तब गहरी घाटियों में समा जाने वाले हैं हम
और आश्चर्य कि हम अब तक तो ये भी नहीं जानते !!??
और जो हवा वो पीते हैं
उससे अब तक तो सबको जम जाना था
किन्तु ऐसा कभी भी नहीं हुआ
कि जीता-जीता अचानक कोई जम जाए
असल में नकली रिश्तों के बीच जीते हुए सबके
दिल ही ऐसे पत्थर हो जाया करते हैं कि फिर
देह का पत्थर हो जाना कोई मायने नहीं रखता
पत्थर कदम-कदम पर मिलते हैं
बाधाओं के रूप में और नफरत के रूप में
जिन्दगी की इस बहती हुई नदी में
हमारा हर गलत कदम पत्थर ही होता है
किसी न किसी की राह में
यहाँ तक कि खुद हमारी ही राह में
अक्सर दिखाई देते हुए पत्थरों से
न दिखाई देने वाले पत्थर ज्यादा खतरनाक होते हैं
किन्तु उन्हीं पर हमारा ध्यान नहीं जा पाता !!
और जब ध्यान जाता है,पत्थर बहुत बड़े हो चुके होते हैं
धरती पर के हमारे कुनबे की आपसी कलह और नफरत
और हवा-पानी आदि सब कुछ के विषैले हो जाने
हमारे बीच इन पत्थरों के चट्टान हो जाने की कहानी है
जिन पत्थरों से डरने-टूटने और भय की बातें करते हुए हम
उन्हीं पत्थरों की भयावह चट्टानों पर खड़े
अब न तब गहरी घाटियों में समा जाने वाले हैं हम
और आश्चर्य कि हम अब तक तो ये भी नहीं जानते !!??
मंगलवार, 31 दिसंबर 2013
नव वर्ष की सुबह स्वागत है तुम्हारा ...
शनिवार, 3 अगस्त 2013
''दिल की धड़कन हिंदुस्तान ब्लोगर सम्मान ''
''दिल की धड़कन हिंदुस्तान ब्लोगर सम्मान ''
''सिन्दूरी सुबह है उजली हर रात है
अपने वतन की तो जुदा हर एक बात है ''
ऐसे ही भावों को अपने शब्दों में लिख भेजें १४ अगस्त २०१३ तक केवल इस इ मेल पर [shikhakaushik666@hotmail.com और सर्वोतम अभिव्यक्ति के लिए पायें प्यारा सा उपहार !
शब्द सीमा -५१ शब्दों में ही समेटें अपने भारत के प्रति प्यार
नियम व् शर्ते
*अपनी प्रविष्टि केवल इस इ मेल पर प्रेषित करें [shikhakaushik666@hotmail.com].अन्यत्र प्रेषित प्रविष्टि प्रतियोगिता का हिस्सा न बन सकेंगी .प्रविष्टि के साथ अपना पूरा पता सही सही भेंजे .
* प्रतियोगिता आयोजक का निर्णय ही अंतिम माना जायेगा .इसे किसी भी रूप में चुनौती नहीं दी जा सकेगी .
*प्रतियोगिता किसी भी समय ,बिना कोई कारण बताये रद्द की जा सकती है .
* विजेता को एक प्यारा सा पुरस्कार प्रदान किया जायेगा .
*उत्तर भेजने की अंतिम तिथि १४ अगस्त २०१३ है .
*प्रतियोगिता परिणाम के विषय में अंतिम तिथि के बाद इसी ब्लॉग [हम हिंदी चिट्ठाकार हैं ] पर सूचित कर दिया जायेगा .
शिखा कौशिक 'नूतन '
[व्यवस्थापक -]
हम हिंदी चिट्ठाकार हैं ]
''दिल की धड़कन हिंदुस्तान ब्लोगर सम्मान '' |
''सिन्दूरी सुबह है उजली हर रात है
अपने वतन की तो जुदा हर एक बात है ''
ऐसे ही भावों को अपने शब्दों में लिख भेजें १४ अगस्त २०१३ तक केवल इस इ मेल पर [shikhakaushik666@hotmail.com और सर्वोतम अभिव्यक्ति के लिए पायें प्यारा सा उपहार !
शब्द सीमा -५१ शब्दों में ही समेटें अपने भारत के प्रति प्यार
नियम व् शर्ते
*अपनी प्रविष्टि केवल इस इ मेल पर प्रेषित करें [shikhakaushik666@hotmail.com].अन्यत्र प्रेषित प्रविष्टि प्रतियोगिता का हिस्सा न बन सकेंगी .प्रविष्टि के साथ अपना पूरा पता सही सही भेंजे .
* प्रतियोगिता आयोजक का निर्णय ही अंतिम माना जायेगा .इसे किसी भी रूप में चुनौती नहीं दी जा सकेगी .
*प्रतियोगिता किसी भी समय ,बिना कोई कारण बताये रद्द की जा सकती है .
* विजेता को एक प्यारा सा पुरस्कार प्रदान किया जायेगा .
*उत्तर भेजने की अंतिम तिथि १४ अगस्त २०१३ है .
*प्रतियोगिता परिणाम के विषय में अंतिम तिथि के बाद इसी ब्लॉग [हम हिंदी चिट्ठाकार हैं ] पर सूचित कर दिया जायेगा .
शिखा कौशिक 'नूतन '
[व्यवस्थापक -]
हम हिंदी चिट्ठाकार हैं ]
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